बुधवार, 12 सितंबर 2018

नवीन पेंशन सब की टेन्शन

 

नवीन पेशन स्कीम से देश के लगभग सभी कर्मचारी दुखी है क्योकि जब नबीन पेशन शुरू हुई थी तो इसके बिषय मे सरकारी कर्मचारियो को अधिक जानकारी नही थी लेकिन अब जब डालर का रूपय के मुकाबले मजबूत होना शेयर बाजार का अनिश्चित एबं डरा देने बाला माहोल उधोगपतियो का देश छोडकर भागना बर्तमान केन्द सरकार के तुकलकी  निर्णय नोट बन्दी से लेकर जी एस टी  सभी सरकारी कर्मचारियो को अपने  बेहतर भबिष्य को लेकर डरा रहे है सरकारी कर्मचारियो को जिस तरह से पूर्व मे पुरानी पेशन से बन्चित होना पडा उसी तरह अब वर्तमान मे एन पी एस के रूप मे जमा जमा पूजी भी खतरे मे दिखाई पढ रही है क्योकि नबीन पेशन नीति पूरी तरह से शेयर बाजार पर निर्भर है लेकिन इस मे सासद एबं बिधायको को बाहर रखा गया है जो हर कर्मचारियो को चुभ रहा है क्योकि अगर कोई सासंद या बिधायक 1 दिन के लिए बन जाये तो उसे जीबन भर पुरानी पेशन का लाभ मिलता है लेकिन कर्मचारी पूरे जीबन भर कर्यकरने के बाद भी उसका जीबन का अन्तिम समय अनिश्तिता मे फसा हुआ है यह राजनेताओ की दोहरी नीति से सरकारी कर्मचारियो मे गहरा रोष ब्याप्त है 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

आपका धन्यवाद आपने हमारे ब्लॉग पर टिप्पणी की

विश्व की कुछ घटनाएं जो कि कुछ लोगों को पहले से ही पता चल जाती हैं जिनमे रूस में आया भूकंप भी

पूर्वानुमान, सपने और आध्यात्मिक दृष्टिकोण: एक सिमुलेटेड विश्व का रहस्य ...