सोमवार, 10 अप्रैल 2023

लखनऊ का दिल है हजरतगंज बाजार


 हजरतगंज लखनऊ का एक बड़ा बाजार है जो उत्तर प्रदेश राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस बाजार में वस्तुओं के विशाल विकल्प हैं जिनमें वस्तुएं, खाद्य पदार्थ, पुस्तकें, इलेक्ट्रॉनिक्स, ज्वेलरी, कपड़े और अन्य उत्पाद शामिल हैं।
हजरतगंज का नाम मुगल शासक जहाँगीर के गुरु हजरत मखदूम तालिब जहांगीर के नाम पर रखा गया था। इस बाजार में लगभग 2000 से अधिक दुकानें हैं जो अपने आकर्षक उत्पादों के लिए मशहूर हैं।

इस बाजार की शुरुआत लखनऊ के नवाबों द्वारा की गई थी क्योंकि अंग्रेजों के शासन में अंग्रेजों के लिए स्पेशल बाजार हुआ करते थे जहां पर विदेशी सामान बिकता था और खरीददार ज्यादातर अंग्रेज लोग ही होते थे कुछ बाजारों में स्थानीय राजा रजवाड़े के लोग भी सामान खरीदा करते थे उन्हीं की तर्ज पर स्थानीय नवाबों द्वारा आम लोगों एवं खास लोगों की खरीदारी के लिए स्पेशल हजरतगंज बाजार बनवाया था जहां पर ज्यादातर विदेशी दुकानदार अपने उत्पादों को बेचा करते थे और भारतीय लोग इन सामानों को बड़े शौक से खरीदते थे

हजरतगंज का अन्य चर्चित स्थान है

 

हजरतगंज मंदिर, जो भारत के सबसे बड़े हनुमान जी के मंदिरों में से एक है। इसके अलावा, एक और धार्मिक स्थल है, हजरत मकदूम सहब का मजार, जो शिया मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।


लखनऊ के हजरतगंज बाजार में खाने के लिए कई स्थान हैं, जहाँ आप लखनवी खाने का मजा ले सकते हैं।

इनमें तुंडे कबाब, गलौटी कबाब, दही भल्ले, लखनवी बिरियानी, तंदूरी चाय, रॉयल कैफे शाही चाट  , शाही पान , स्पेशल मोती महल डोसा, स्पेशल छोले भटूरे, छोले पूरी, आलू कुलचे, जैसे दर्जनों खानपान की वैरायटी की लगभग दर्जनों विश्वविख्यात दुकान यहां पर स्थित है

यहां का बाजार लोगों की आकर्षण का विशेष केंद्र बना रहता है यहां की शाम ए अवध कहलाती है

जो कि मध्य रात्रि तक यहां की खान पान की दुकान  खुली रहती है और लोग बड़े आनंद से अपने दोस्त यारों रिश्तेदार एवं परिवार के साथ लखनवी  शान ओ शौकत का मजा लेते हैं



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