मंगलवार, 5 नवंबर 2019

जीने के लिए भोजन जरूरी है पैसा ही सब कुछ नहीं होता



भागदौड़ भरी जिंदगी में रुकना मना है पैसा है परिवार है इज्जत है सम्मान फिर भी कभी-कभी हम भूखे रह जाते ऐसी ही जिंदगी है कुछ देश की कठिन नौकरियों की जिनमें देश की सरहद पर रक्षा करने वाला फौजी रेल में दिन-रात सर्दी गर्मी कोहरा सब  का डटकर मुकाबला करने वाले रेल के कर्मचारी लोको पायलट एवं गार्ड अनेकों सरकारी एवं गैर सरकारी कंपनियों के कर्मचारी  जोकि भागते दौड़ते अपनी मंजिल  पर पहुंचने की आपाधापी मैं भूखे रह जाते हैं उन्हीं को भोजन डिलीवरी करते हुए बनाई गई कुछ सेकेंड की वीडियो  देखकर  सच में  आंसू आ जाएंगे वैसे तो देश में अनेकों विभाग एवं ऑफिस  विपरीत परिस्थितियों में कठिन एवं भागदौड़ भरा कार्य करते हैं उनमें से एक है भारतीय रेलवे कर्मचारी उनकी जागरूकता एवं सतर्कता से ही देश की लाइफलाइन भारतीय रेलवे दिन रात निरंतर चलती रहती है सबसे ज्यादा समस्या लर्निंग कर्मचारी को होती है ड्यूटी पर आने पर किसी प्रकार का कोई टाइम टेबल नहीं होता जिसमें मालगाड़ी की वर्किंग बड़ी ही कठिन होती है ड्यूटी आने के मात्र 2 घंटे पहले पता चलता है की आज कहां जाएंगे उसके बाद शुरू होता है उनका झटपट तैयार होकर नित्य क्रिया से निर्मित होकर अपने पूरे काम कर बैग में राशन पानी भर के दौड़ कर दो घंटे के अंदर ड्यूटी ऑन करनी पड़ती है रेलवे से संबंधित औजार किताबें पानी खाना कपड़े आदि से भरकर पूरा बैग फुल हो जाता है अगर किसी कारण बस घर पर खाने का इंतजाम नहीं हो पाया उस दिन भगवान भरोसे ही इनकी नौकरी चलती है मुंबई के डिब्बे वाले पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है जो कि मुंबई के अधिकतर ऑफिसों में खाना पहुंचाते हैं और लोगों को खाने के इंतजाम से पूरी तरह से टेंशन फ्री रखते हैं लेकिन देशभर में ऐसी व्यवस्था नहीं है लेकिन वर्तमान में जिस तरह से स्टार्टअप की वजह से शहरी क्षेत्रों में ओला जोमैटो जैसे सुविधा जनक संसाधन उपलब्ध होने से कहीं ना कहीं लोको पायलट  एवं गार्ड जैसी विपरीत परिस्थितियों वाली  नौकरियों में कहीं ना कहीं राहत मिली है किसी कारण बस खाना उपलब्ध ना होने के कारण पहले से ही संबंधित स्थान पर ऑर्डर बुक करा दिया जाता है तारीफ के काबिल है वह डिलीवरी ब्वॉय जो अपने कार्य में सक्रियता दिखा कर कहीं ना कहीं अपनी कंपनी एवं मानवीय कार्य को मजबूत बनाते हैं जोमैटो  जैसी कंपनियों में कार्य करके डिलीवरी करने वाले यह कर्मचारी जोकि कई लोगों के द्वारा धर्म और जाति का ईशु बनाकर बखेड़ा खड़ा कर देने से दुविधा में पड़ जाते हैं कहीं ना कहीं ऐसे अनेक लोगों के पास मुंह का निवाला लेकर पहुंच जाते हैं जिनके पास सब कुछ है पैसे इज्जत शोहरत सब कुछ लेकिन उनके पास उनका  किसी कारण बस भूखे रहने की  स्थिति  या मनपसंद खाना बनाने बनाने वाले एवं पहुंचाने वाले शायद पैसों की लिए कहीं दौड़ लगा रहे हैं कई ऐसे परिवार हैं जिनकी कई मंजिलों के ऊपर रिटायर्ड हो चुके जिनके  बुजुर्ग मां बाप के लिए यह डिलीवरी बॉय उनके  परिवार से भी बढ़कर है एक बात हमेशा ध्यान रखिए इंसान हमेशा भोजन खाता है ना कि पैसे जीवन के लिए पैसा ही सब कुछ नहीं होता कृपया भागदौड़ भरी जिंदगी में अपना एवं अपने परिवार का ख्याल रखें 

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