हमारा देश अनेक देवी देवताओं धार्मिक आस्था एवं त्योहारों का देश है यहां पर अनेक देवी देवता पूजे जाते हैं जिसमें से भगवान राम प्रत्येक व्यक्ति के आस्था के केंद्र हैं भारत देश एक गणतंत्र देश है इसलिए सभी धर्मों की आस्था को देखते हुए एक आचार संहिता होती है लेकिन बुंदेलखंड के झांसी से कुछ किलोमीटर दूर स्थित ओरछा मैं विराजमान ओरछा धीश रामराजा सरकार रामचंद्र जी के मंदिर में उन्हें राज्य सरकार द्वारा गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है यहां भगवान राम राजा के रूप में विराजमान हैं ओरछा रियासत पूर्व में देश की एक मजबूत रियासत मानी जाती थी यहां के प्रसिद्ध राजा वीर सिंह जूदेव जो कि पूर्व मुगल सम्राट जहांगीर के परम मित्र थे भगवान श्री राम राजा की परम भक्त यहां की रानी कुंवर गणेशी बाई जिन्होंने अयोध्या में जाकर भगवान राम की प्रतिमा लेकर ओरछा में भगवान राम को राजा के रूप में विराजित कराया एक कहानी प्रसिद्ध है कि गणेशी बाई जोगी राम की परम भक्त उन्होंने अपनी भक्ति से भगवान राम से ओरछा चलने का आग्रह किया जिसे भगवान राम ने उन्हें सपने में निर्देशित किया कि मैं प्रतिमा रूप में आपके साथ प्रमुख पुख नक्षत्र में चलूंगा एवं जिस स्थान पर एक पर विराजित हो जाऊंगा उसके बाद अन्य स्थान पर विस्थापित नहीं हो सकूंगा मेरे ओरछा में विराजमान होने के बाद ओरछा का साम्राज्य वीरान हो जाएगा इस प्रकार के सपने से खुश होकर रानी ने ओरछा में एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया जिसे आज भी लोग चतुर्भुज भगवान के मंदिर के नाम से जानते हैं जब रानी कुंवर गणेशी जी भगवान राम की प्रतिमा लेकर ओरछा पहुंची तो मंदिर में पूजन के लिए कुछ कमी रह गई थी इस कारण उन्होंने भगवान की प्रतिमा को अपने भोजनालय में स्थापित कर दिया उसके बाद वह प्रतिमा फिर नहीं उठी बाद में यही मंदिर का निर्माण कराकर उनकी प्रतिमा स्थापित की गई भगवान राम ओरछा में राजा के रूप में विराजमान है ओरछा एक अच्छा एवं प्राकृतिक माहौल से भरपूर पर्यटक स्थल है यहां पर प्रत्येक वर्ष देशी एवं विदेशी सैलानी हजारों की संख्या में आते हैं और यहां के प्राकृतिक धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत का आनंद लेते हैं यहां के अन्य मंदिर लक्ष्मी जी मंदिर छार द्वारी मंदिर एवं सिंह पुरा हनुमान जी मंदिर एक प्रमुख आस्था के केंद्र हैं यहां का जहांगीर किला हरदोल बेटका एवं रिवर फ्रंट शांति एवं सौंदर्य युक्त क्षेत्र है अगर आप यहां आना चाहते हैं तो बुंदेलखंड के झांसी से मात्र कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस क्षेत्र में जाने के लिए रेल मार्ग एवं सड़क मार्ग दोनों से जाया जा सकता आपको झांसी से कम कीमत में प्रमुख यातायात साधन ओरछा के लिए मिल जाएंगे ओरछा के प्रमुख त्योहार रामनवमी एवं राम विवाह माना जाता है यहां सबसे अधिक मंगल रविवार पुख नक्षत्र सावन तीज को सबसे ज्यादा भीड़ रहती है पुख नक्षत्र में तो सैकड़ों किलोमीटर से लोग पैदल यहां पहुंचते हैं यहां रुकने के लिए अच्छी धर्मशालाएं एवं होटल स्थित है जो आपके बजट में आराम से आ सकते हैं ओरछा एक सस्ता एवं मनोरंजन से भरपूर घूमने का स्थान है फिर सोचना क्या क्यों ना इस बार बरसात एवं गर्मियों की छुट्टी में ओरछा घूमने जाया जाए ✍✍✍✍🌻
🌻Awaj ngo

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