बुधवार, 26 जून 2019

वर्ल्ड कप के मैच देखकर जोश में आए विधायक जी चलाया बल्ला

क्रिकेट का जुनून लोगों के सर पर चढ़कर बोल रहा है वर्तमान समय में इंग्लैंड में  विश्व में लोकप्रिय खेल क्रिकेट का महाकुंभ विश्वकप चल रहा है जिसे देखने के लिए कई गुना अधिक कीमत का टिकट लेकर दर्शक इंग्लैंड के स्टेडियम पहुंच रहे हैं वही  आम से लेकर खास  दर्शक जो अपने अपने तरीके से इस खेल का इंजॉय करते हुए इस खेल को दीवानगी की हद तक चाहते हैं  उनकी इस चाहत एवं लोकप्रियता  को भुनाने के लिए बड़ी बड़ी कंपनियां से लेकर छोटे छोटे दुकानदार उद्योगपति क्रिकेट को बीच में रखकर अपने व्यापार कंपनी को बढ़ाने के  लिए प्रयास कर रही है वही बात करें देश के राजनेताओं की वह भी इस खेल के लोकप्रियता को भुनाने के लिए पीछे नहीं है वह पूरी नजर रखे हुए हैं वर्ल्डकप से लेकर छोटे आयोजनों पर जिससे अधिक से अधिक लोगों में  क्रिकेट के माध्यम से अपनी लोकप्रियता को बनाया जा सके अभी हाल ही  में इंदौर के विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी के बड़े लीडर  के  पुत्र द्वारा क्रिकेट के बल्ले से  निगम कर्मचारी की सार्वजनिक स्थल पर विभिन्न प्रकार के क्रिकेट के शॉट खेलकर पिटाई की जो पूरे देश में चर्चा का विषय है लोगों में उत्सुकता इस बात से नहीं कि एक विधायक ने कर्मचारी की पिटाई की बल्कि उत्सुकता एवं रोमांच इस बात से है कि क्रिकेट के बल्ले द्वारा पिटाई की गई  इस पिटाई से युवाओं में क्षेत्रीय लोगों में जो समस्याओं से ग्रसित थे एवं क्रिकेट प्रेमियों में विधायक जी का  क्रेज बढ़ गया है वह  इस  क्रिकेट  के बल्ले से पिटाई का वीडियो बार-बार देखकर मजे ले रहे हैं विधायक जी का क्या होगा क्या नहीं होगा यह तो भविष्य बताएगा लेकिन वर्तमान में दर्शकों का बड़ा ही मनोरंजन हो रहा है

रविवार, 23 जून 2019

अखिलेश से मोहभंग होने का कारण भाई भतीजावाद

पिछले 2 वर्ष से जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी एक होकर गोरखपुर और फूलपुर की लोकसभा सीटों को जीता उसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन करके भाजपा को चुनौती देने का साहस किया था लेकिन वह गठबंधन किसी कारणवश सफल नहीं हो पाया लोकसभा चुनाव 2019 के बाद बाद देखा जा रहा था की समाजवादी पार्टी के साथ बहुजन समाज पार्टी भविष्य में गठबंधन को जारी रखेंगे या गठबंधन को विराम लगेगा गठबंधन पर किसी प्रकार की टिप्पणी ना करने का समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने निर्णय लिया था पहले ही बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती द्वारा घोषणा की गई कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के रास्ते अलग होंगे भविष्य में बहुजन समाज पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी यह घोषणा अखिलेश यादव के लिए बड़ी ही दुखद थी क्योंकि उन्होंने अपने परिवार एवं पार्टी को ताक पर रखकर यह गठबंधन कर के धुर विरोधी पार्टी होने का दाग धोया था  क्योंकि यह निर्णय दिमाग से नहीं दिल  से लिया गया था इसलिए  पूरी तरह से बीएसपी की शर्तों पर गठबंधन किया  गया जिसका खामियाजा उन्हें लोकसभा चुनाव में अपनी परंपरागत सीटों के नुकसान से उठाना पड़ा वहीं दूसरी ओर गठबंधन का फायदा पूरी तरह से बहुजन समाज पार्टी को मिला जो 2014 के लोकसभा चुनाव में जीरो पर थी वर्तमान में 10 पर पहुंच गई मायावती द्वारा लिया गया अलग होने का निर्णय राजनीतिक पंडितों के लिए आश्चर्य का विषय नहीं है क्योंकि पूर्व में ऐसी चौकानेवाले निर्णय बहन जी ले चुकी है वही बीएसपी की रणनीति पूरी तरह से अखिलेश की राजनीति के इर्द-गिर्द घूमने लगी थी क्योंकि अखिलेश का लचीला राजनीति करने का तरीका कहीं दलितों को अपनी ओर ना खींच ले क्योंकि बहुजन समाज पार्टी की मुखिया की राजनीतिक विरासत को संभालने वाला वर्तमान में कोई भी  मजबूत राजनीतिक व्यक्ति नहीं दिखाई दे रहा था वहीं दूसरी ओर अखिलेश यादव एक कुशल राजनेता और प्रशासक के रूप में अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित कर चुके हैं इसी को देखते हुए अपने परंपरागत वोट बैंक को बचाकर बहुजन समाज पार्टी अपने ही परिवार से राजनैतिक दावेदार को आगे करना चाहती थी इसीलिए यह गठबंधन को यहीं पर विराम देने का कार्य बहुजन समाज पार्टी की मुखिया द्वारा करके अपने ही परिवार के अपने भाई आनंद कुमार को बहुजन समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं अपने भतीजे आकाश को राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाकर अपनी भविष्य की विरासत सौंपने का मार्ग बना लिया है यह निर्णय बहुजन समाज पार्टी की आम मिसीनरी कार्यकर्ता किस तरीके से लेते हैं यह तो भविष्य बताएगा लेकिन इन सभी मायावती जी के निर्णय से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को झटका लगा है जो बहुजन समाज पार्टी की विरासत को संभालने का सपना देखने लगे थे बहुत हद तक अपनी रणनीति में सफल भी हुए थे मायावती जी के चिर परिचित अंदाज को कुछ  हद तक रोकने में सफल भी हुए थे लेकिन एक निर्णय बदलने में नाकाम हुए वह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को गठबंधन में शामिल करने का जिसका खामियाजा कुछ हद तक गठबंधन को हुआ भी बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो की कार्य करने कि शैली जिससे लोगों को हमेशा आशंका बनी रहती है की बहन जी कब किस से नाराज हो जाए यह खुद बहन जी को भी पता नहीं होता क्योंकि बहुजन समाज पार्टी की शुरुआत से लेकर अब तक अनेक पार्टी लीडरों को मायावती जी के गुस्से का शिकार होना पड़ा है बड़े से बड़े पार्टी के लीडर कब अर्श से फर्श पर आ जाए यह उन्हें खुद भी पता नहीं होता है लेकिन वर्तमान में बात भाई भतीजा बात की है इन पर मायावती जी की कृपा दृष्टि कब तक बनी रहती है यह तो भविष्य आने वाला भविष्य ही बताएगा

शुक्रवार, 21 जून 2019

योग को योग रहने दें सर्कस मत बनने दें

आज पूरे विश्व में विश्व योग दिवस मनाया गया साथियों योग अकेला सर्कस नहीं है यह हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति के ऋषि मुनियों के घोर अनुसंधान से अर्जित की हुई वह निधि है जिसके द्वारा एक साधारण मनुष्य महामानव बन सकता है योग में अकेला हाथ पैर हिलाने से योग पूर्ण नहीं हो जाता योग अनेकों युक्तियों से बना पर पूर्ण एक सिस्टम है जिसमें यम नियम आसन प्राणायाम ध्यान समाधि होते हुए व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त करता है वर्तमान में जिस प्रकार से योग का मजाक बनाया जा रहा है वह आने वाले समय में बड़ा ही घातक होगा हां यह अवश्य है कि लोग लाभ लेने से अधिक दिखावा करने में विश्वास कर रहे हैं 1 दिन करने से लाभ की आशा करना बेकार है योग एक निरंतर प्रक्रिया है जो हमें अनेक बरसो करने के बाद चमत्कारिक परिणाम देती है योग की शुरुआत प्राचीन ऋषि पतंजलि द्वारा की गई थी आसन वह प्रक्रिया है जो हमारे संसार में विभिन्न प्रजातियों के जीव जंतुओं द्वारा अपनाई हुई बैठने की प्रक्रिया होती है उसी के लाभ अनुसार हम लोग उन आसन को कॉपी करके लाभ लेने का प्रयास करते हैं योगासन प्राचीन काल से ही लोगों की दुख तकलीफों को दूर करता चला आ रहा है लेकिन कुछ वर्षों में इसका प्रचार प्रसार कर के अनेक बहुराष्ट्रीय कंपनियां इसका व्यवसायीकरण करके करोड़ों अरबों रुपए का व्यवसाय कर चुके हैं फायदा मिला ना मिला यह तो अनुसंधान का विषय है  असली योग का फायदा आपको लेना है तो आपको हिमालय जैसे क्षेत्रों में जाकर वहां पर अनेकों वर्षों से इस पर अनुसंधान कर रहे ऋषि मुनियों का सानिध्य लेना पड़ेगा जो आपको अपने अनुभव खानपान जीवन शैली से पूर्ण योग से अवगत कराएंगे

सोमवार, 10 जून 2019

जय श्री राम या जय भीम सोच समझ कर लिखिए

🕊🕊🌱पूरे देश की भाति रेलबे मे भी sc और जनरल के लोगो का शीतवार मूक रूप से देखा जा सकता है लेकिन इसके गबाह सिर्फ लोको पायलट एबं लोको से सम्बधित कर्मचारी होते है क्योकि यह लडाई रेल इन्जन के अन्दर की है जहा बाबा साहेब भीमराब अम्बेडकर जी मे बिश्वास रखने बाले कर्मचारी रेल इन्जन मे जय भीम लिखते है बही दूसरी तरफ भगबान राम मे आस्था रखने बाले कर्मचारी जय श्री राम लिखते है लिखना उतना महत्वपूर्ण नही जितना एक दूसरे का लिखा हुए बाक्यो को मिटाकर लिखना है ऐसे लिखे हुए बाक्य अधिकतर रेल इन्जनो के अन्दर लिखे देखे जा सकते है अब सबाल उठता है कि क्या रेल प्रशासान ऐसे किसी भी बाक्य को लिखने की अनुमति देता है जबाब होगा नही क्योकि रेल इन्जन राष्ट्र सम्पति है सरकार इससे रेल कार्य संचालित कराने के लिए कर्मचारियो को मानदेय देती है  इस लिए इस पर कार्य करने बाले कर्मचारी को बिभिन्य धर्मो जातियो मजहब और महापुरषो मे आस्था का ध्यान रखते हुए कार्य करना चाहिए एवं कर्मचारी होने के कारण  राज्य कर्म का पालन करना महत्बपूर्ण है । पुरषोत्तम भगबान श्री राम एवं भारत रत्न बाबा साहेब भीमराब अम्बेडकर किसी बाक्य  के मोहताज नही है महापुरषो के लिए आस्था लोगो के दिलो मे होती है न कि किसी बाक्य के लिखने पढने से निबेदन है उन शिक्षित कर्मचारियो से जो ऐसे बाक्य लिखकर उन लोगो को मौका देते है जो लिखे बाक्य को मिटाकर महापुरषो का अपमान करते है कृपा करके यह लेखन  कार्य न करे न ही किसी को करने दे ।

शनिवार, 8 जून 2019

बड़े मंगल पर पूरे लखनऊ में कोई भी भूखे पेट नहीं सोता

हमारी पृथ्वी पर कुछ ही दिव्य शक्ति है जो अजर अमर हैं उनमें से एक दुनिया के सबसे बडे भक्त कहलाते है। वह वीरो के वीर महावीर बजरंग वली हनुमानजी हैं जो अपने भक्तों की सभी पीडा हर लेते हैं भूत पिशाच सब भय खावे यम के दूत निकट न आवे शनिदेव जी की कुद्रिष्टि से बचाने बाले महावीर हनुमानजी की जयंती महोत्सव के बाद सबसे जादा जेष्ठ मास के मंगलवार एवं शनिवार को जिसे बडा मंगल कहते है इस दिन देश के अनेक स्थानों पर धार्मिक अनुष्ठान के साथ भंडारे के आयोजन होते हैं सबसे अधिक लखनऊ मे बड़े मंगलवार एवं शनिवार को भंडारे होते हैं कि पूरे लखनऊ मे कोई भी व्यक्ति भूखे पेट नही सोता हैं लोगों की एक ऐसी आस्था जो उन्हें इन्सान बनाती हैं तो हर किसी को आस्थावान होना चाहिए। Awaj ngo

विश्व की कुछ घटनाएं जो कि कुछ लोगों को पहले से ही पता चल जाती हैं जिनमे रूस में आया भूकंप भी

पूर्वानुमान, सपने और आध्यात्मिक दृष्टिकोण: एक सिमुलेटेड विश्व का रहस्य ...