सोमवार, 10 जून 2019

जय श्री राम या जय भीम सोच समझ कर लिखिए

🕊🕊🌱पूरे देश की भाति रेलबे मे भी sc और जनरल के लोगो का शीतवार मूक रूप से देखा जा सकता है लेकिन इसके गबाह सिर्फ लोको पायलट एबं लोको से सम्बधित कर्मचारी होते है क्योकि यह लडाई रेल इन्जन के अन्दर की है जहा बाबा साहेब भीमराब अम्बेडकर जी मे बिश्वास रखने बाले कर्मचारी रेल इन्जन मे जय भीम लिखते है बही दूसरी तरफ भगबान राम मे आस्था रखने बाले कर्मचारी जय श्री राम लिखते है लिखना उतना महत्वपूर्ण नही जितना एक दूसरे का लिखा हुए बाक्यो को मिटाकर लिखना है ऐसे लिखे हुए बाक्य अधिकतर रेल इन्जनो के अन्दर लिखे देखे जा सकते है अब सबाल उठता है कि क्या रेल प्रशासान ऐसे किसी भी बाक्य को लिखने की अनुमति देता है जबाब होगा नही क्योकि रेल इन्जन राष्ट्र सम्पति है सरकार इससे रेल कार्य संचालित कराने के लिए कर्मचारियो को मानदेय देती है  इस लिए इस पर कार्य करने बाले कर्मचारी को बिभिन्य धर्मो जातियो मजहब और महापुरषो मे आस्था का ध्यान रखते हुए कार्य करना चाहिए एवं कर्मचारी होने के कारण  राज्य कर्म का पालन करना महत्बपूर्ण है । पुरषोत्तम भगबान श्री राम एवं भारत रत्न बाबा साहेब भीमराब अम्बेडकर किसी बाक्य  के मोहताज नही है महापुरषो के लिए आस्था लोगो के दिलो मे होती है न कि किसी बाक्य के लिखने पढने से निबेदन है उन शिक्षित कर्मचारियो से जो ऐसे बाक्य लिखकर उन लोगो को मौका देते है जो लिखे बाक्य को मिटाकर महापुरषो का अपमान करते है कृपा करके यह लेखन  कार्य न करे न ही किसी को करने दे ।

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