रविवार, 3 मई 2020

बुंदेलखंड के लिए वरदान साबित हो सकता है कोरोना वायरस

पूरे विश्व में इतिहास की सबसे बड़ी भयानक महामारी का रूप ले चुके कोरोनावायरस से अब तक लाखों की संख्या में लोग अपनी जान गवा बैठे हैं एवं  पूरे विश्व भर की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है आज   फिर से  देशभर में लॉक डाउन को दो हफ्तों के लिए बढ़ा दिया गया  है पूरा विश्व भर के देश वर्तमान समय मैं दवा भोजन एवं राहत सामग्री के लिए एक दूसरे देशों के मुंह ताक रहे हैं विश्व भर का एक बड़ा हिस्सा घरों में कैद होकर रह गया  इस महामारी के कारण पूरे विश्व भर में व्यापारिक आर्थिक सामाजिक लाभ लेने के कारण कहीं  ना कहीं पूरे विश्व भर में चीन देश की छवि एक मौकापरस्त एवं लालची देश की बन चुकी है विश्व के प्रमुख देशों ने चीनी सरकार से कोरोना वायरस के कारण हुए नुकसान का हर्जाना मांगा जा रहा है विश्व में चीन को अलग-थलग करने की विश्व के देशों द्वारा एकजुटता  की आशंका जताई जा रही आने वाले समय में चीन में औद्योगिक इकाइयां लगाकर व्यापार कर रही विश्व भर की हजारों कंपनियां अपने व्यापार को उठाकर कहीं दूसरी जगह स्थानांतरित करने के लिए मजबूर हैं विभिन्न आर्थिक महाशक्ति कहलाने वाले देशों ने अपने अपने देश की कंपनियों से चाइना जैसे मौकापरस्त देश से अपने व्यापार को अलग करने के लिए दिशा निर्देश देना चालू कर दिया है विभिन्न देशों द्वारा चीनी निवेश को प्रतिबंधित कर के आने वाले भविष्य में चीन के प्रति किसी प्रकार की रियायत नहीं देने का स्पष्ट संकेत दे दिया हैजिस प्रकार भारत द्वारा विश्वसनीय रूप से पूरे विश्व भर में राहत सामग्री दवाइयां एवं खाद्य पदार्थ भेज कर पूर्व से चली आ रही विश्व बंधुत्व की भावनाओं को बनाए रखा उससे विश्व भर में भारत की छवि एक ईमानदार राष्ट्र के रूप में फिर से उभरी हुई है आने वाले समय में हजारों की संख्या में कंपनियां भारत में उद्योग लगा सकती हैं जिस प्रकार देशभर के बड़े महानगरों से इस महामारी में कामगार मजदूरों का पलायन हुआ एवं अभी भी लाखों की संख्या में लोग फंसे हुए हैं महानगरों में जनसंख्या घनत्व भी अत्यधिक विस्फोटक  रूप तक पहुंच रहा है उससे आने वाले भविष्य में भारत में उद्योगों का विकेंद्रीकरण किया जाएगा जहां श्रमिकों की संख्या एवं भूमि के साथ संसाधन उपलब्ध हो ऐसी जगह औद्योगिक इकाइयां स्थापित कराने के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकारें कार्य करेंगे आने वाले समय में देश के सबसे पिछड़े कहलाने वाले

बुंदेलखंड उड़ीसा झारखंड छत्तीसगढ़ पूर्वांचल जैसे क्षेत्रों में विदेशी निवेश से औद्योगिक इकाइयां लगाकर विश्व व्यापार को संतुलन में लाने की कोशिश की जाएगी इस कारण इस क्षेत्र के लोगों के लिए यह महामारी कोरोना जैसीघातक बीमारी भविष्य में वरदान बनकर कार्य कर सकती है आपको बता दें पूरे देश भर में मध्य में स्थित बुंदेलखंड क्षेत्र अत्यधिक पिछड़ा हुआ क्षेत्र है इसकी पिछड़ेपन को अनेकों बार राष्ट्रीय स्तर के नेताओं द्वारा एवं मीडिया के माध्यम से उठाया जा चुका है अनेकों बार पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर विभिन्न प्रकार के आंदोलन होते रहे बुंदेलखंड प्रसिद्ध खजुराहो ओरछा  विदेशी पर्यटकों के लिए केंद्र बिंदु बने हुए थे लेकिन कोरोना जैसी बीमारी से अब आने वाले भविष्य में पर्यटन उद्योग फिर से उठ पाएगा यह कहना सही नहीं बुंदेलखंड का यह क्षेत्र पठारी होने के कारण सस्ती श्रम शक्ति भूमि सस्ते संसाधन होने के कारण उद्योगों के लिए अपार संभावनाएं हैं इस क्षेत्र में आर्मी एवं रेलवे का सबसे बड़ा नेटवर्क होने के  कारण सुरक्षित एवं संरक्षित है यहां इलेक्ट्रॉनिक फूड इंडस्ट्रीज सोलर एनर्जी खनिज संसाधन टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज ग्रेनाइट उद्योग के साथ अनेक प्रकार के औद्योगिक इकाई लगाने के लिए अनुकूल है भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कुछ वर्ष पूर्व से यहां पर डिफेंस कॉरिडोर की योजना को लेकर काफी कार्य किए जा रहे हैं अगर डिफेंस कॉरिडोर में विश्व भर की इकाइयों को समायोजित करके एक बड़ी कार योजना स्थापित की जाए तो आने वाले 10 वर्षों में यह पूरा क्षेत्र विश्व भर में उभर कर आ सकता है आपको बता दें यह आगरा भोपाल कोटा इलाहाबाद कानपुर एवं जबलपुर जैसे देश के बड़े शहरों के मध्य बसा हुआ है इनके आसपास खनिज पदार्थों की अपार संपदा छुपी हुई है बुंदेलखंड पूरे देश भर से रेल के माध्यम से जुड़ा हुआ है यहां किसी भी स्थिति में देशभर के किसी भी कोने में 24 घंटों के अंदर जाया जा सकता वर्तमान में मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के मध्य स्थित बुंदेलखंड के लिए अनुकूल स्थिति है क्योंकिकेंद्र एवं मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश तीनों स्थान पर एक ही पार्टी की सरकार है जिस कारण आर्थिक निर्णय लेने में किसी प्रकार की परेशानी की संभावना बेहद कम है भारत सरकार एवं राज्य सरकार से अनुरोध है कि विश्व भर से आने वाले औद्योगिक निवेश मैं बुंदेलखंड को केंद्र में रखकर कार्य योजना बनाई जाए जो भविष्य में देश के साथ पूरे विश्व के लिए हितकर रहेगा क्योंकि यह क्षेत्र पूरी तरह से भूकंप बाढ़ जैसी प्राकृतिक घटनाओं से पूरी तरह से सुरक्षित एवं महफूज है बुंदेलखंड क्षेत्र से जुड़े सभी राजनैतिक आराजनैतिक  युवा किसान व्यापारी वकील पत्रकार मजदूर छात्र साथियों से निवेदन है की औद्योगिक विकास एवं इकाई लगाने के लिए एक विशेष मुहिम चलाकर बुंदेलखंड के पिछड़ेपन को सामने रखकर इस क्षेत्र के विकास के लिए आंकड़े जुटाने की कृपा करें जिससे इस क्षेत्र का भला हो सके हमें पता है कि कोरौना जैसी घातक बीमारी पूरे विश्व के साथ भारत के लिए भी एक चुनौती का विषय है लेकिन हर एक रात के बाद सुबह जरूर होती है आज नहीं तो कल हम सभी इस घातक वायरस से लड़कर इस पर विजय प्राप्त करके रहेंगे |   

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