बुधवार, 16 अक्टूबर 2019

देश की सबसे चहेती एवं लाभ देने वाली ट्रेन पुष्पक एक्सप्रेस

भारतीय रेलवे कितनी ही नई ट्रेनें चला ले लेकिन लोगों में जिस ट्रेन के प्रति दीवानगी बढ़ जाती है वह उसे कभी नहीं छोड़ते जी हां हम बात कर रहे हैं देश की ऐसी ट्रेन जिसके लिए लोगों में दीवानगी की हद तक प्यार है  वह ख्याति प्राप्त सबसे अधिक आय देने वाली यात्री ट्रेन है पुष्पक एक्सप्रेस जोकि उत्तर प्रदेश की राजधानी एवं नवाबों के शहर लखनऊ से देश की औद्योगिक नगरी मुंबई के मध्य चलती है यह लखनऊ से मुंबई के बीच चलने वाली एक ऐतिहासिक ट्रेन है इस ट्रेन से यात्रा करने की चाहत हर आम एवं खास यात्रियों को रहती है इस ट्रेन से यात्रा करने वालों में सबसे अधिक व्यापारी बिहार पूर्वांचल एवं गोरखपुर के साथ लखनऊ के आसपास क्षेत्रों के मुंबई में मेहनत मजदूरी करने वाले लोग एवं वह छात्र  एवं कलाकार जो की माया नगरी में अपना कैरियर बनाने के लिए जाते है वैसे तो लखनऊ से मुंबई जाने के लिए  अनेकों ट्रेन चलती हैं लेकिन लोगों में इस पुष्पक ट्रेन के लिए दीवानगी इस कदर है कि  इस ट्रेन का लखनऊ के पूर्वोत्तर रेलवे स्टेशन लखनऊ जंक्शन से प्रस्थान का समय 19:45 है लेकिन लोग इसमें जगह पाने के लिए सुबह 10:00 बजे से ही स्टेशन पर पहुंचकर लाइन लगाना चालू कर देते हैं
इसका स्लीपर एवं एसी का रिजर्वेशन कई हफ्तों एवं महीनों तक एडवांस बुकिंग रहती है लोगों को यात्रा करने के लिए इस ट्रेन में रिजर्वेशन पाना बहुत ही कठिन कार्य क्योंकि हर कोई इस ट्रेन से यात्रा करने के लिए तत्पर रहता है क्योंकि यह ट्रेन पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 6 से मुंबई के मध्य प्रस्थान करती है लेकिन अनेक यात्रियों की लखनऊ के स्टेशनों से अनभिज्ञ हैं वह इस ट्रेन का इंतजार लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर पहुंचकर करते रहते हैं लेकिन जब प्रस्थान का समय नजदीक हो जाता है तो वह इस ट्रेन के विषय में अन्य लोगों से जानकारी लेते हैं और लखनऊ जंक्शन स्टेशन से प्रस्थान होने की जानकारी पाने के बाद पकड़ने के लिए दौड़ते रहते हैं अनेकों बार कई यात्रियों की ट्रेन जानकारी के अभाव में छूट जाती है क्योंकि ट्रेन पूर्ण रूप से भर कर जाती भेड़ बकरियों की तरह भरे इस ट्रेन के जनरल स्लीपर डिब्बे देखकर कोई भी डर जाए लखनऊ से  मुंबई जाने वाली कई ट्रेनें जनरल डिब्बे के मामले में पुष्पक से भी ज्यादा बदनाम है जिसमें कई ट्रेनें है जोकि गोरखपुर से आती हैं उन ट्रेनों में जनरल के साथ स्लीपर  क्लास डिब्बे की हालात बद से बदतर  होते  है जहां शौचालय में भी लगभग 4 से 5 लोग खड़े खड़े गोरखपुर से मुंबई तक की यात्रा करते हैं अनेकों यात्री जोकि पुष्पक एक्सप्रेस से अंतिम चरण में यात्रा करते हैं वह जनरल का टिकट लेकर  स्टेशन पर ही मौजूद स्थानीय चेकिंग स्टाफ द्वारा स्लीपर के लिए रसीद बनवा लेते हैं जिससे उनको स्लीपर में यात्रा करने की परमिशन मिल जाती है इस कारण स्लीपर में भी जनरल जैसी हालत हो जाते है यात्रियों के द्वारा जनरल टिकट से  रसीद कटवा कर स्लीपर में यात्रा करनी के कारण स्थानीय चेकिंग स्टाफ के साथ उस वक्त में चलने वाला चेकिंग स्टाफ का महीनों एवं सालों रसीद बनाने का जो टारगेट होता है वह मात्र कुछ ही दिनों में पूर्ण हो जाता है इस ट्रेन के विषय में लगभग सभी लोग जानते हैं कि यह एक तरह से रेलवे को आए देने वाली स्पेशल ट्रेन है अगर भविष्य में ऐसी ट्रेनों को प्राइवेट कंपनियों को दे दिया जाए तो एक तरह से आम एवं खास यात्रियों पर आसमान ही टूट पड़ेगा इस ट्रेन में जरूरत है  जनरल कोच के डिब्बों को बढ़ाने की एवं लोगों को जागरूक करने की के अन्य ट्रेन भी मुंबई की ओर जाती है वह उनमें में भी यात्रा कर सकते हैं एवं  इसके प्रस्थान के समय चारबाग स्टेशन  पर भी इस ट्रेन के लखनऊ जंक्शन से जाने का  उद्घोषणा कराने की जरूरत है

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