शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2019

ऑल इंडियन रेलवे फेडरेशन के तत्वधान में हुआ रनिंग कर्मचारियों का संवाद कॉन्फ्रेंस प्रोग्राम बीजेपी प्रत्याशी ने मांगा समर्थन

वर्तमान समय  रेल एवं रेल कर्मचारी के लिए बड़ा दुविधा का समय है जहां रेल कर्मचारियों को अपने भविष्य को लेकर तमाम प्रकार की आशंका है एवं भय व्याप्त है वही कुछ लोग कर्मचारियों के साथ किसी प्रकार की राजनीति   करने से बाज नहीं आ रहे ताजा मामला लखनऊ में ऑल इंडियन रेलवे फेडरेशन द्वारा स्वर्गीय कॉमरेड टी एन बाजपेई जी की स्मृति में रेल रनिंग कर्मचारियों का संवाद कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी जिसमें ऑल इंडियन रेलवे फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री  शिव गोपाल मिश्रा जी लखनऊ डीआरएम एवं एडीआरएम महोदय के साथ पूर्वोत्तर रेलवे की एडीआरएम महोदय उपस्थित रही
इस कांफ्रेंस के माध्यम से रेलवे के रनिंग कर्मचारियों द्वारा अपनी-अपनी समस्याएं एवं मांगे रखकर वर्तमान में रनिंग कर्मचारियों के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार पर निराशा प्रकट की एवं बताया कि वर्तमान समय में जिस प्रकार से रेल के संबंध में केंद्रीय सरकार द्वारा  कठोर  कदम उठाकर रेल कर्मचारियों के अंदर भय का माहौल बना दिया है रेल कर्मचारी खासकर रनिंग का जो कि अपनी मेहनत ईमानदारी एवं लगन शीलता के लिए रेलवे की रीढ़ माना जाता है एवं जीवन का बहुमूल्य समय रेल के लिए समर्पित कर देता है उसके बाद भी कर्मचारी को न्यू पेंशन स्कीम से लेकर तमाम द्वेष और नियमों के कारण अपने भविष्य को लेकर हमेशा आशंका बनी रहती है कांफ्रेंस के मध्य में ही लखनऊ कैंट विधानसभा से पूर्व विधायक एवं वर्तमान उपचुनाव में प्रत्याशी तिवारी जी पहुंच गए उन्हें देखते ही कई कर्मचारी सकते में आ गए   यह शोध का विषय है की उन्हें आमंत्रित किया गया था कि अपने मन से कार्यक्रम में उपस्थित हुए क्योंकि प्रोग्राम रनिंग कर्मचारियों के लिए  था एवं राष्ट्रीय यूनियन नेता एवं अधिकारी मंचासीन थे और उन सभी के पास सीमित समय होने के कारण संवाद कार्यक्रम में समस्याओं को लेकर बोलने वाले  इन कर्मचारियों  समय कम दिया जा रहा  था उसी बीच कैंट विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव के उम्मीदवार तिवारी जी मंच पर आकर रेल कर्मचारियों के साथ सभी कर्मचारियों की पेंशन स्कीम को खत्म करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी वाजपेई जी का गुणगान करने लगे इससे कर्मचारियों में एकाएक रोष व्याप्त  हो गया रनिंग कर्मचारियों ने खुलकर विरोध तो नहीं किया लेकिन कानाफूसी करते हुए जरूर दिखाई दिए कि क्या यह मंच  नेताजी के लिए सही था जहां एक और केंद्र सरकार कर्मचारी के हितों पर चोट पर चोट किए जा रही वही यह नेता पार्टी एवं पेंशन को खत्म करने वाले अटल बिहारी जी का गुणगान करते हुए नजर आए इनके बोलते  ही रनिंग कर्मचारी सीटों से उठकर जाने लगे उत्सुकता पूर्वक चल रहा प्रोग्राम एकाएक महत्वहीन दिखाई देने लगा रनिंग कर्मचारियों ने अपील की कि भविष्य में यूनियने कर्मचारियों के हित में ऐसे प्रोग्राम आयोजित करें लेकिन इन्हें राजनीति  राजनीतिक मंच ना   बनने दे

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